रिलायंस एक कंपनी ऐसी भी है जिसके प्रॉफिट पर कोरोना के दौर में भी खासा असर नहीं हुआ। लॉकडाउन के दौरान उस कंपनी ने कई बड़ी कंपनियों के साथ डील से जमकर कैश बटोरा है। कंपनी की नेटवर्थ अब करीब 13 लाख करोड़ हो चुकी है।
यह नेटवर्थ दुनियाभर के 134 देशों की ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (जीडीपी) से ज्यादा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरईएल) की नेटवर्थ 134 देशों की जीडीपी से ऊपर है। वहीं, कुछ देश ऐसे भी हैं जिनकी जीडीपी रिलायंस की नेटवर्थ की दोगुना या उससे थोड़ी कम है। पाकिस्तान की जीडीपी 305 बिलियन डॉलर (करीब 22 लाख करोड़ रुपए) है। यानी रिलायंस की नेटवर्थ आधे पाकिस्तान के बराबर है। इसी तरह फिलीपींस, कोलंबिया, मलेशिया ऐसे देश हैं जिनकी जीडीपी रिलायंस की नेटवर्थ से दोगुना है।
रिलायंस की नेटवर्थ के सामने हमारे कई पड़ोसी देश भी नहीं टिकते। 1996 में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाले श्रीलंका की जीडीपी 87.36 बिलियन डॉलर (करीब 6.5 लाख करोड़ रुपए) है। नेपाल की जीडीपी 24.88 बिलियन डॉलर (करीब 1.8 लाख करोड़ रुपए) है। यानी रिलायंस की नेटवर्थ 7 नेपाल के बराबर है।
अफगानिस्तान का जीडीपी 19.54 बिलियन डॉलर (करीब 1.4 लाख करोड़ रुपए) है। यानी रिलायंस की नेटवर्थ 9 अफगानिस्तान से भी ज्यादा है। हमारे पड़ोसी देश भूटान की जीडीपी सिर्फ 2.53 बिलियन डॉलर (18 हजार करोड़ रुपए) है। यानी रिलायंस की नेटवर्थ 67 भूटान के बराबर है।