भारत का इतिहास गोरखपुर के जिक्र के बिना अधूरा है।

Opinion

इतिहास गोरखपुर के जिक्र के बिना अधूरा है क्योंकि आजादी की पहली लड़ाई से भारत छोडो़ आंदोलन तक यह शहर साक्षी रहा है।इस शहर की बहुत सारी यादें है जो कुछ को ज्ञात है और कुछ आज भी अंजान है इसीलिए आज हमारे माध्यम से जानिए कुछ खास बातें उस शहर की जो आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र के नाम से मशहूर है।

 

1. गोरखपुर जेल
यह जेल साक्षी रही है अमर शहीद पं. रामप्रसाद बिस्मिल की फांसी की जहा वर्ष 1927 में उन्हें फांसी हुई थी और आज भी उनसे जुड़े सामान और जेल मौजूद है।

2. तरकुलहा माता मंदिर
यह मंदिर अपनी इस बात के लिए मशहूर था कि जब भी कोई अंग्रेज इधर से गुजरता तो उसकी बलि माता को अर्पण की जाती जिसको मुख्य रुप से बाबू बंधू सिंह किया करते थे और बाद में अंग्रेजों ने उनको भी फांसी दे दी।

3. खूनीपुर
खूनीपुर बस एक मौहल्ला नहीं बल्कि एक हिस्सा है उस लड़ाई का जिसने आजादी की खातिर खुद की खून की नदी बहाई और इतिहास में दर्ज हो गया।

4. चौरीचौरा
चौरीचौरा के इतिहास से तो शायद ही कोई आछूता हो कि कैसे अहिंसात्मक तरीके से सत्याग्रह कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोलियां चलाई थी जिसमें 11 सत्याग्रही ने जान न्योछावर की।

5. घंटाघर
गोरखपुर का घंटाघर उस इतिहास को समेटे बैठा है जिसमें बताते है कि 1857 के करीब वहाँ एक विशाल पाकड़ का पेड़ था जिसपर क्रांतिकारीयों को फांसी दी जाती थी।