11 मई, 1998 का वो दिन जब भारत ने पहला परमाणु परीक्षण किया था। भारत के इस परमाणु परीक्षण से पूरी दुनिया हैरान हो गई थी। क्यों की इस परीक्षण के साथ भारत ने वो ताकत हासिल की थी वो ताकत सिर्फ अमेरिका और रूस के पास थी।
एक रिपोट के मुताबिक ऐसे तो दुनिया के कई देश परमाणु परीक्षण किये हैं। लेकिन जो परीक्षण भारत ने किया था उससे दुनिया आज भी डरती हैं। क्यों की भारत ने पोखरण में 15 किलोटन प्लुटोनियम का परीक्षण किया था जो दुनिया में बनाये गए सभी परमाणु बमों से ज्यादा ताकतवर था।
आपको बता दें की भारत के उस न्यूक्लियर प्रोग्राम का नाम स्माइलिंग बुद्धा था जिसे गुप्त रखने की जिम्मेदारी रॉ को दी गई थी। पूरी योजना की यूएसए, चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की खुफिया एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी और भारत ने परमाणु ताकत हासिल की।
सबसे बड़ी बात यह है की दो दिन बाद भारत ने दो और परमाणु हथियारों का परीक्षण किया। उस समय देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। उनकी दृढ इच्छा के कारण हीं भारत दुनिया में एक शक्तिशाली देश के रूप में अपनी पहचान बनाई।