अर्णव जिंदा या मुर्दा कौन होगा जादा फायदेमंद, राजनीतिक दलों में मंथन जारी।
विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का आज के हालात देखकर ऐसा लग रहा है जैसे “लोक” शब्द लोकतंत्र में से गायब हो गया है। और केवल “तंत्र” ही बचा है जिसे सत्ताधारी पार्टियां अपने अपने फायदे के अनुसार इस्तेमाल कर रही है केंद्र सरकार के अधीनस्थ राज्य सरकारों को संविधान के अलग-अलग अनुच्छेदों से […]
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