हाथरस केस में यूपी पुलिस ने बड़ा दावा किया है। पुलिस का कहना है कि हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर कुछ अराजक तत्व बेजा लाभ लेने के लिए एक आपराधिक षड्यंत्र रच रहे हैं। इस के तहत पूरे प्रदेश का अमन चैन बिगाड़ने और जाति विद्वेश भड़काकर प्रदेश में विधि द्वारा स्थापित सरकार के प्रति घृणा और अवमानना के लिए पीड़ित परिवार को भड़का रहे हैं।
एक पुलिस सब इंस्पेक्टर की तरफ से दी गई तहरीर में लिखा है कि पीड़ित परिवार को गलत बयानी के लिए दबाव डाल उन्हें 50 लाख रुपयों का प्रलोभन देकर झूठ बोलने के लिए उकसा रहे हैं। पूर्व में दिये गये बयानों को बदलवाने का प्रयास कर हाथरस और प्रदेश की शांति को प्रभावित किया गया है।
तहरीर में यह भी लिखा है कि अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कथित अज्ञात पत्रकार ने पीड़िता के भाई से यह कहलवाने का प्रयास किया कि वह स्वयं अपने माता-पिता से मीडिया से यह बोलने के लिये कहे कि वे प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। इसके अलावा यह भी कहलवाने का प्रयास किया कि मृतका ने उनसे सामूहिक बलात्कार की बात कही थी। जबकि पीड़ित परिवार की ओर से दी गई पहली तहरीर में पीड़ित युवती और उसके परिवारवालों ने सिर्फ मारपीट की बात कही थी।
पुलिस सब इंस्पेक्टर ने यह भी लिखा है कि विधि विज्ञान प्रयोग शाला तथा मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। तहरीर के मुताबिक परिवार को प्रलोभन देकर बरगलाने से परिवार ने बाद में दुष्कर्म की बात कही। इसी कुत्सित योजना के तहत एक अज्ञात नेता ने, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।