South China Sea को लेकर भिड़े चीनी और ऑस्ट्रेलियाई राजदूत, ड्रैगन पर भड़का मलेशिया

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भारत में चीन और ऑस्ट्रेलिया के राजदूत शुक्रवार को ट्विटर पर आपस में भिड़ गए. दोनों राजदूतों के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर तीखी बहस देखने को मिली. भारत में चीन के राजदूत सुन वेईदोंग ने एक ट्वीट करके कहा कि ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग ने दक्षिण चीन सागर पर तथ्यों की उपेक्षा करते हुए टिप्पणी की है.

सुन वेईदोंग ने ट्वीट किया, “भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायोग ने दक्षिण चीन सागर पर तथ्यों की उपेक्षा करते हुए टिप्पणी की है. चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता और समुद्री अधिकार नियम के मुताबिक हैं. यह बिल्कुल स्पष्ट है कि कौन इलाके में शांति और सुरक्षा के लिए काम कर रहा है और कौन अस्थिर करने और उकसाने के काम में लगा है.”

चीनी राजदूत के इस ट्वीट पर ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बरी ओफारेल ने पलटवार किया. उन्होंने ट्वीट किया, “भारत में चीन के राजदूत आपको बहुत शु्क्रिया. मैं उम्मीद करता हूं कि तब आप 2016 में आए दक्षिण चीन सागर पर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे. इसके साथ ही उन कार्रवाइयों से भी बचेंगे जिनसे एकतरफा यथास्थिति बदल दी जाती है.”

वहीं, मलेशिया साउथ चाइना सी पर चीन के दावे को लेकर भड़क उठा. संयुक्त राष्ट्र में मलेशिया के स्थायी मिशन ने 29 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भेजे गए एक नोट में चीन के दावे को खारिज कर दिया.इस नोट में मलेशिया ने कहा कि पूर्वी सागर (जिसे दक्षिण चीन सागर भी कहा जाता है) में समुद्री सुविधाओं के लिए चीन के दावे का अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत कोई आधार नहीं है. मलेशिया सरकार ने चीन के ऐतिहासिक, संप्रभु और कानूनी अधिकार क्षेत्र के दावों को भी नकार दिया.