ट्रैक्टर मार्च के आड़ में एक घटिया और शर्मनाक हरकत।

Opinion

आज 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर जो घटिया और शर्मनाक हरकत इस ट्रैक्टर मार्च के आड़ में की गई है वो भारत के इतिहास में एक काले धब्बे की तरह याद रखी जाएगी।

बैरिकेड्स को तोड़ना, पुलिस पर तलवारों सरियों से हमला करना, पुलिस वालों पर ट्रैक्टर चढ़ाकर उन्हें जान से मारने की कोशिश करना, लालकिले की प्राचीर पर पहली बार तिरंगे के अलावा किसी दूसरे झंडे को फहराना आखिर क्या है ये सब…?????

क्या ये सच में ही किसान है, नही बिल्कुल नही।

किसान के आड़ में आतंकी और दंगाई है ये लोग।

जो भारत की छवि खराब कर रहे है।

भारत की संप्रभुता को नुकसान पहुँचा रहे है।

भारत की राजधानी में दहशत फैला रहे है।

पिछले 2 महीनों से किसान आंदोलन के नाम पर जो नाटक किया जा रहा था आज उसका भंडाफोड़ हो गया है।

भारत सरकार से निवेदन है कि अब बिना देर किए इन आतंकियों को गिरफ्तार करके जेल में डाल दे, ये आतंकी देश के लिए खतरा बन चुके है।

पता नही अब तक भी इन आतंकियों को क्यों भाव दिया जा रहा था, ऐसे लोग कतई दया या माफी के काबिल नही है।

इन आतंकियों की ये हरकतें आज पूरा देश देख रहा है और देश इस बात को कभी नही भूलेगा कि किस प्रकार भारत के राष्ट्रीय पर्व पर भारत की छवि को खराब करने की कोशिश की गई।